ब्यूरो/डेस्क
पूरा देश 74वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहा है। कर्तव्य पथ पर भव्य आयोजन होगा। परेड में कुल 23 झांकियां देखने को मिलेंगी। सभी झांकियों की थीम भी अलग-अलग होगी। 17 झांकियां देश के अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की होंगी जबकि छह अलग सरकारी मंत्रालयों और विभागों की होंगी। इस साल मिस्र के राष्ट्रपति अब्लेद फतह अल-सीसी गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे।
परेड में छह अग्निवीर भी लेंगे हिस्सा:
74वें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान देशभक्ति के जोश के बीच कर्तव्य पथ पर परेड में छह ‘अग्नीवीर’ नौसेना के मार्चिंग दस्ते का हिस्सा बनेंगे। समारोह की पूर्व संध्या पर रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। अधिकारियों ने बताया कि परेड के दौरान जिन सैन्य संपत्तियों को प्रदर्शित किया जाएगा, उनमें भारत में निर्मित उपकरण शामिल हैं, जो आत्मनिर्भर भारत की भावना को दर्शाता है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन, नाग मिसाइल सिस्टम (एनएएमआईएस) और के-9 वज्र का भी प्रदर्शन किया जाएगा।
दूसरी ओर होगा माँ सरस्वती पूजन:
आज वसंत पंचमी है। पूरे देश में वसंत के त्योहार को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। वसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजन का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर ज्ञान, विद्या, कला, साहित्य और संगीत की देवी मां सरस्वती का जन्म हुआ था। वसंत पंचमी के दिन से ही बसंत ऋतु की शुरुआत हो जाती है। इसके बाद से सर्दियां धीरे-धीरे खत्म होने लगती है। वसंत पंचमी तिथि एक अबूझ मुहूर्त होती है जिसमें किसी भी शुभ कार्य को बिना मुहूर्त के किया जा सकता है। बसंत पंचमी पर विद्यारंभ करने की प्रथा होती है। वसंत पचंमी के दिन मां सरस्वती की विधि-विधान की पूजा और मंत्रों का जाप करना शुभ और फलदायी होता है।