सागर/ब्यूरो
देश की पहली महिला शिक्षिका समाज सुधारक सावित्री बाई फुले की जयंती पर म.प्र.कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री सुरेन्द्र चौधरी के मुख्यातिथ्य में पुण्य स्मरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत में कांग्रेसजनों ने सावित्री बाई फुले के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर उनका पुण्य स्मरण किया। पूर्व मंत्री सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि आजादी के बाद समाज में जागृति लाने की भावना को दृष्टिगत रख समाज सुधारक सावित्री बाई फुले देश की पहली महिला शिक्षिका थीं, जिन्होंने समाज सुधार का कार्य किया, महिलाओं के प्रति शिक्षित होने की भावना जागृत की, समाज में महिलाओं की शिक्षा पर जोर दिया और इसके लिए उन्होंने कई कार्य किए। महिला शिक्षा के अलावा अनमोल, प्रेरणादायक और क्रांतिकारी विचारों से ओतप्रोत सावित्रीबाई फुले ने प्लेग जैसी महामारी को लेकर भी कई परोपकारी कार्यों में अपना योगदान दिया। उन्होंने 18 साल की उम्र में बालिकाओं को पढ़ाना शुरू कर दिया था, वह शिक्षिका के साथ ही समाज सुधारक भी थीं और व्यक्तिगत तौर पर वे कवियत्री भी थी। प्रदेश कांग्रेस के सचिव राकेश राय, जिला कांग्रेस के महामंत्री मुन्ना विश्वकर्मा, युवा कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष अशरफ खान, बलराम साहू आदि ने विचार व्यक्त कर समाज सुधारक सावित्री बाई फुले के जीवन प्रकाश डाला। इस अवसर पर शरद राजा सेन, देवेन्द्र कुर्मी,अफजल खान, शहजाद निहारिया, दीपक कुर्मी,शीतल कुमार आदि कांग्रेसजन मौजूद थे।