पाटन/संवाददाता
भारत देश तपस्वियों की तपोभूमि माना जाता है जहां एक से बढ़कर एक संतों औऱ तपस्वियों का अवतरण हुआ है जिसे कई लोग भक्ति कहते है तो कई लोग चमत्कार का नाम देते हैं ऐसा ही एक स्थान है पाटन नगर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम गाड़ाघाट टपरिया में स्थित है माँ सिद्धेश्वरी की शक्ति पीठ दादा दरबार, जहाँ आस्था एवं चमत्कार का साक्षात संगम है।
प्राप्त सूत्रों के अनुसार माता रानी की यह शक्ति पीठ दादा शारदा प्रसाद जी की तपोभूमि है यहां से हजारों लोगों के कई बिगडे काम दादा जी आशीर्वाद से पूर्ण हुए हैं जिसे लोग किसी चमत्कार से कम नही मानते है लोगों के अनुसार माता रानी का साक्षात आशीर्वाद दादा जी के ऊपर था जिससे वो जिस पर भी अपनी कृपा दृष्टि डाल देते थे उनके बिगड़े काम क्षण मात्र में बन जाते थे हालांकि दादा जी अब समाधिलीन हो गए हैं किंतु लोगों की आस्था आज भी वहाँ बराबर बनी हुई है।
अमावस्या को होता है भंडारा चलता है अनवरत रामायण पाठ:
यहाँ पर रामायण पाठ अनवरत चलता रहता है भक्तों का यहां लगातार मेला लगा रहता है और भक्तगण आ कर रामायण पाठ में अपना सहयोग प्रदान करते रहते हैं वहीं दूसरी ओर प्रत्येक अमावस्या को यहाँ भण्डारे का आयोजन किया जाता है जिसमे हजारों लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं, साथ ही दादा दरबार के दर्शनों का पुण्य लाभ अर्जित करते हैं।