संतोष साहू
अपनी लेखन शैली और कौशल से लोगों को प्रभावित करने वाले युवा अब्दुल करीम शेख उर्फ करण प्रतिभा के धनी हैं। फिल्म निर्माण, निर्देशन और लेखक के रूप में सभी को प्रभावित करते हैं। उनकी सोच अन्य लेखकों से अलग है। उनमें नैतिकता और प्रासंगिकता के साथ नवीन विचारों का समन्वय रहता है। अब्दुल करीम एक प्रशंसित और सम्मानित निर्माता के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। इनकी कहानियां दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रभावशाली है। इनकी फिल्म ‘द एंड्राइड फ़ोन’ एक सशक्त कहानी है। फिल्म का निर्माण, निर्देशन और लेखन अब्दुल करीम शेख करने जा रहे हैं। इस फ़िल्म को विभिन्न फिल्म समारोह में भेजा जाएगा। कई निर्णायकों का मानना है और विभिन्न फिल्म समारोहों में यह आवाज उठाई गयी है कि आज सिनेमा का भविष्य केवल बॉक्स ऑफिस पर टिकट के लिए उमड़ी भीड़ ही सफलता का प्रमाण नहीं बल्कि सफलता डिजिटल स्पेस पर निर्भर करता है।
अब्दुल करीम शेख का कहना है कि ऐसी विभिन्न प्रकार के जटिल विषयों पर बनी फिल्में जो किसी के जीवन से जुड़ी हो उसे देखना हमेशा दिलचस्प और उत्साहजनक होते हैं। एक निर्देशक को अपनी फिल्म का चित्रण करने के लिए वृहद कल्पना शक्ति, रचनात्मकता, संवेदना और नवीन सोच का प्रयोग करनी चाहिए। कहानी को फिल्मांकित करते समय उचित तकनीक, रंग, प्रकाश, भव्यता, संवेदनशीलता आदि का सफल उपयोग करनी चाहिए। जिससे दर्शकों में फिल्म देखने का आकर्षण बना रहे।
फिल्म ‘द एंड्राइड फोन’ कहानी में एक इंसान के संवेदनापूर्ण मानवीय भावनाओं और उसकी व्यक्तिगत जरूरत और आवश्यकताओं के मध्य की अंतर्व्यथा का मार्मिक चित्रण किया जाएगा। वर्तमान समय में औद्योगिकी और डिजिटल टेक्नोलॉजी का प्रयोग बढ़ गया है। कामकाजी माता पिता अपनी व्यस्तता के कारण अपने बच्चों का ध्यान नहीं रख पाते और बच्चों को व्यस्त रखने के लिए उन्हें डिजिटल उपकरण का उपयोग करने देते हैं। डिजिटल साधन का उपयोग गलत नहीं लेकिन इसका उपयोग करने वाले बच्चे पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। आज बच्चों का बाहर खेलना कूदना कम हो गया है जो उनके शरीरिक और मानसिक विकास में व्यधान उत्पन्न कर रहे हैं। जिसके लिए पालक का जागरूक होना अत्यंत आवश्यक है।
अब्दुल करीम शेख जमीन से जुड़ा व्यक्तित्व है जिन्होंने संघर्ष कर अपना मार्ग प्रशस्त किया है। कम उम्र से ही इन्हें गीत लिखने का शौक है। वह स्वयं ट्रेड पत्रिकाओं से जुड़े रहे। किस्मत ने इनका साथ दिया और सह निर्देशक के रूप में 2007 से इन्होंने विभिन्न टेलीविजन धारावाहिकों जैसे ‘कहानी घर घर की’, ‘बालिका वधू’, ‘सिम्पली सपने”, ‘ये तेरा घर ये मेरा घर’, ‘जननी’, ‘प्यार का बंधन’ इत्यादि में काम किया। अब्दुल करीम शेख कहते हैं, मैं भाग्यशाली हूं कि मैंने कई अनुभवी और प्रतिभाशाली निर्देशकों के साथ काम किया है। उनके बैनर ‘के क्यू फिल्म्स’ के तहत फिल्म ‘द एंड्रॉइड फोन’ का निर्माण कार्य हो रहा है।