जबलपुर/ब्यूरो
जीवन दायिनी मॉं नर्मदा की जयंती पर आज शाम भेड़ाघाट में धुआंधार के समीप मुक्ताकाशी मंच पर गौपालन व पशुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष संतश्री अखिलेश्वरानंद गिरी के मुख्य आतिथ्य में निर्झरणी महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव का शुभारंभ माँ नर्मदा की पूजा अर्चना और आरती के साथ किया गया।
मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति विभाग द्वारा जिला प्रशासन एवं जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल के सहयोग से आयोजित किये जा रहे निर्झरणी महोत्सव में मॉं नर्मदा के किनारे विकसित संस्कृति के बहुरंगी व बहुआयामी रूपों का सजीव प्रदर्शन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से किया गया।
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के निर्देशन में निर्झरणी महोत्सव का भव्य और गरिमामय आयोजन हुआ। इस दौरान निर्झरणी महोत्सव के आयोजन में कोविड संक्रमण के मद्देनज़र राज्य शासन द्वारा जारी गाइड लाइन और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित किया गया।
महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत भोपाल की सुश्री वैशाली गुप्ता एवं उनके साथी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत नर्मदा नृत्य नाटिका से की गई, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में दूसरी प्रस्तुति जबलपुर की सुश्री लक्ष्मी दुबे एवं साथियों द्वारा भजन गायन कर स्तुति की। सागर के राजाकरण पटैल एवं उनके साथियों द्वारा लोक गायन प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर मां नर्मदा पर आधारित लघु फिल्म ”जीवन रेखा” तथा ”राग ऑफ रिवर” का प्रदर्शन भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान संत श्री कल्याण दास महाराज, साध्वी ज्ञानेश्वर दीदी, गिरिशानन्द महाराज, मुक्तानंद महाराज, स्वामी प्रकाशानंद महाराज सहित डॉ जितेंद्र जामदार, अपर कलेक्टर राजेश बाथम, उपायुक्त नीता राठौर सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। सांस्कृतिक कार्यक्रम के पूर्व आमंत्रित संत जनों द्वारा नर्मदा महात्म्य के बारे अपने उद्बोधन दिये।