पाटन/सजल सिंघई
मानस सत्संग समिति द्वारा आयोजित होने वाला श्री राम कथा महोत्सव प्रतिबर्ष की भांति इस बर्ष भी आयोजन किया गया, जिसमे श्री राम कथा की अमृत बर्षा का रसपान नगर वासियों द्वारा किया गया।
ज्ञात हो कि सरस्वती शिशु मंदिर पाटन में श्री राम कथा महोत्सव का आयोजन किया गया जिसमें चित्रकूट से आये कथा वाचक आचार्य राघवकिंकर जी “मानस आलोक” एवं अयोध्या से पधारीं कथा विदुषी शांति श्रिया जी शास्त्री द्वारा राम रस की बरसात की गई, गत चार दिवसीय आयोजन में पाटन नगर के श्रोताओं ने भगवान राम की कथाओं का श्रवण किया, महोत्सव के आज समापन वाले दिवस राघवकिंकर जी द्वारा कथा का इस तरह से बखान किया गया कि श्रोतागण भावविभोर हो कर करुणायुक्त हो गए।
उक्त आयोजन में मुख्य अथिति के तौर पर पधारे नृसिंह मंदिर पीठाधीश्वर डॉ. स्वामी नरसिंहदास जी महाराज का सानिध्य समस्त पाटन नगर वासियों को प्राप्त हुआ, गैर तलब है कि उक्त आयोजन पिछले 18 बर्षों से अनवरत पाटन नगर में कराया जाता है जिसमे धर्म प्रेमियों द्वारा श्री राम कथा का रसपान किया जाता है पिछले 18 बर्षों से होने वाले उक्त आयोजन को श्री राम कथा महोत्सव आयोजन समिति मानस सत्संग मानस गोष्ठि परिवार पाटन द्वारा कराया जाता है जिसकी नगर वासियों के अतिरिक्त आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों द्वारा सराहनीय कार्य बताया जाता है।
श्रीराम कथा महोत्सव पाटन भावुकता के मध्य समापन
मानस सत्संग परिवार पाटन द्वारा आयोजित श्रीराम कथा महोत्सव पाटन का भाव भरे वातावरण में भव्य समापन हुआ ।एक ओर जहां परिवार संयोजक ठाकुर रणधीर सिंह ने ब्रम्हलीन नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी श्याम देवाचार्य जी का भावपूर्ण स्मरण किया तो उपस्थित जनों के नयन सजल हो गए वहीं वक्तागण आचार्य राघव किंकर तथा शांति श्रिया शास्त्री ने मानस के मार्मिक कथा प्रसंगों की व्याख्या करके जन भावनाओं को प्रभावित किया, स्वामी नरसिंह दास गीता धाम, का प राजाराम त्रिपाठी, महेश नारायण पचौरी, सरदार सिंह भीटा, राम विनय कारसौलिया,और दामोदर शर्मा ने शाल श्रीफल भेंटकर अभिनंदन किया। महोत्सव में नगर पुरोहित पी राजाराम त्रिपाठी, रमेश राजोरिया, पूरन लाल दुबे को भी सम्मानित किया गया । विपरीत मौसम एवम् ठंड के बीच बड़ी संख्या में श्रोताओं की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही। समस्त लोगों का स्वागत सुरेंद्र सिंह, घनश्याम बबेले, शिवकुमार वाजपेई, हरिनारायण कुरारिया,ओर कृष्ण कुमार त्रिपाठी ने किया।
समापन अवसर पर मुरलीमनोहर पचौरी, सर्वेश पटेल,श्रीराम दिघर्रा, प अशोक मनोध्या , कृष्ण शेखर सिंह, ठा.उदय भान सिंह, डॉ. संदीप सिंघई, देवेंद्र शुक्ल गौरीशंकर तिवारी,मदन दुबे, शिव कुमार पटेल आदि उपस्थित रहे।