प्रमोद कुमार/महाराष्ट्र
पुणे : अगर कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती है तो निश्चित तौर पर सख्त कदम उठाना पड़ेगा। हालांकि, पालक मंत्री और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने शुक्रवार को जानकारी दी कि पुणे में गणेशोत्सव के दौरान कोरोना पर नई पाबंदियां नहीं लगाई जाएंगी। वह पुणे में कोरोना समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। अजित पवार ने पुणे के लोगों से अपील की है कि वे कोरोना के नियमों का पालन करें और गणेशोत्सव के दौरान उन्हें कड़े फैसले लेने के लिए मजबूर न करें। अजित पवार ने ग्रामीण इलाकों में कोरोना मरीजों की संख्या ज्यादा होने पर चिंता जताई है। शहर के गणपति मंडल को साधारण तरीके से गणेशोत्सव मनाना चाहिए। ऐसे में नागरिक इसे देखने के लिए नहीं आएंगे, लेकिन अगर हमें लगता है बहुत भीड़ हुई है, तो हम पहले दिन का अनुमान लगाकर दूसरे दिन प्रतिबंध को लेकर निर्णय लेंगे।
कृपया, ऐसा न होने दें। ऐसा कहते हुए अजित पवार ने कहा कि फिलहाल पुणे में नए प्रतिबंध लगाने की कोई योजना नहीं है। राज्य सरकार तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयार है। सारे उपाय किए जा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि तीसरी लहर में बच्चों को ज्यादा खतरा है। उसी के अनुरूप तैयारी की जा रही है। अजित पवार ने कहा कि तीसरी लहर के खतरे को ध्यान में रखकर ही स्कूल शुरू करने का फैसला लिया जाएगा। राजधानी दिल्ली में करीब दस महीने से किसानों का आंदोलन चल रहा है। लेकिन मोदी सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। यह जनता का दुर्भाग्य है। इस तरह की आलोचना करते हुए, अजित पवार ने ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर मोदी सरकार की खिंचाई की। कोरोना से प्रभावित नागरिक को ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी का नुकसान हो रहा है। अजित पवार ने कहा कि केंद्र इसे नियंत्रित करने के लिए कोई उपाय नहीं कर रहा है।