प्रमोद कुमार/महाराष्ट्र
पंढरपुर : पंढरपुर नगरपालिका के नगरसेवक संदीप पवार हत्या की वजह सए सोलापुर जिले में खलबली मच गई थी। इस हत्या मामले में आरोपी को पकड़ने की चुनौती पुलिस के सामने थी। इसके अनुसात इस मामले में फरार मोस्ट वांटेड दो संदिग्ध आरोपी को पंढरपुर पुलिस ने कर्नाटक के मैसूर से गिरफ्तार किया है। इस हत्या मामले में सरजी टोली से संबंधित सुनील वाघ व सचिन देवमारे संदिग्ध आरोपी को मैसूर से पंढरपुर लाया गया है। पूर्व नगराध्यक्ष सुरेखा दिलीप पवार के बेटे नगरसेवक संदीप पवार 18 मार्च 2018 को स्टेशन रोड पर एक होटल में चाय पीने के लिए गए थे। होटल में बैठे और अचानक से अज्ञात लोगों ने कोयते से वार कर और गोली मारकर उनकी नृशंस हत्या कर दी थी।
इस घटना ने शहर के साथ तालुके में खलबली मचा दी। सरजी नाम से पहचाने जानेवाले गुंडो की टोली ने यह हत्या की, ऐसा पुलिस को संदेह था। हत्या मामले में कुल 27 आरोपी में से 24 को पुलिस ने पकड़ लिया। इन आरोपियों पर मकोका के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। इस हत्या मामले में बाकी के 3 में से सुनील वाघ, सचिन देवमारे और अन्य एक आरोपी फरार थे। इसमें से मोस्ट वांटेड सुनील वाघ और सचिन देवमारे कोल्हापुर, बेलगांव में कुछ दिन रहा। पिछले कुछ दिनों से ये दोनों कर्नाटक के मैसूर में नाम बदलकर रह रहे थे, ऐसी गुप्त जानकारी पुलिस को मिली थी। जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्वी सातपुते, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतुल झेंडे, उपविभागीय पुलिस अधिकारी विक्रम कदम के मार्गदर्शन में सर्च अभियान चलाया गया। पुलिस निरीक्षक अरुण पवार की सूचना के अनुसार अपराध प्रकटीकरण शाखा के सहायक पुलिस निरीक्षक राजेंद्र मगदूम ने मैसूर में जाकर आरोपी को ढूंढा। मगदूम की टीम के शरद हेंबाडे, राजेश गोसावी, सुनील बनसोडे, सुजीत जाधव, विनोद पाटिल ने स्थानीय पुलिस की मदद लेकर सुनील वाघ और सचिन देवमारे को गिरफ्तार किया गया। आज इन दोनों को कोर्ट में पेश किया जाना है। अब इस मामले में और एक आरोपी को गिरफ्तार करने की जानकारी पुलिस सूत्रों ने दी।