टीकमगढ़(भूपेंद्र वशिष्ठ)– धरती पर साक्षात भगवान देख लो,सफ़ेद कपड़ों में इंसान देख लो ।कौन कहता धरती पर ख़ुदा नहीं है,कोरोना वारियर के रूप में भगवान देख लो ।।जी बिल्कुल ऐसा ही वाकया देखने को मिला है टीकमगढ़ जिले के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में पदस्थ संविदा कालीन लैब टेक्नीशियन देवेंद्र शर्मा जी(बच्चू), जो घर पर एक बिन मां की छोटी बच्ची और अपनी वृद्ध माँ को छोड़ कर सारे दिन अपनी ड्यूटी पर डटे रहते है जो खुद सेम्पलिंग करते हुए कोरोना की चपेट में आ चुके है,लेकिन जब देश सेवा जुनून बन जाये तो इंसान पीछे नही हटता, राज्य सरकार द्वारा और कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित भी हो चुके है, ऐसा नही कि इन जैसे लोगों को अपना घर प्यारा नही होता वरन जब अपनी कर्तव्य निष्ठा की बात आती है तो सबसे पहले देश सेवा का फर्ज याद आता है। यही वो सच्चे सिपाही हैं जिनकी दम पर आज कोरोना जैसी महामारी का डट कर मुकाबला कर रहे हैं और कोरोना को पूर्णतः खत्म करने की कगार पर हैं। श्री शर्मा जी के अनुसार देश सेवा एवं मरीजों की सेवा सरवोपरि है क्योंकि यहाँ अस्पताल वही लोग आते है जो बिल्कुल असहाय हो जाते हैं और अस्पताल में आज भी बुंदेलखंड में डॉक्टर्स को लोग भगवान मानते हैं इसलिये हम लोगों का ये प्रयास रहता है कि कोई यहाँ से निराश हो कर न जाये। अगर हमारा परिवार है तो जो लोग यहाँ उपचार हेतु अस्पताल आते हैं उनका भी एक परिवार होता है और उनके घर पर भी कई लोग नज़रें गड़ाए बैठे रहते हैं कि मेरे घर का सदस्य जल्द ही पूर्ण रूप से स्वस्थ हो कर घर आएगा। तो ऐसी सोच रखने वाले सच्चे सपूत को बुन्देली चैनल परिवार की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं की आप अपने कर्तव्य पथ पर ऐसे ही बढ़ते रहें।
Home » बिन माँ की बच्ची और बृद्ध माँ को भगवान के भरोसे छोड़ कर रहे देश सेवा
Related posts
- Comments
- Facebook comments