छतरपुर(मोहम्मद साजिद)-साहित्य संस्था हिंदी साहित्य की शिल्पी जैन बनी राष्ट्रीय मंत्र सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्रालय भारत सरकार से पंजीकृत प्रतिष्ठित साहित्य संस्था हिन्दी साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन एक वर्चूअल बैठक में किया गया जिसमे खजुराहो म.प्र.से शिल्पी जैन”सूर्या”को मंत्री पद के लिये मनोनीत किया है, उनका ये मनोनयन समिति के केंद्रीय अध्यक्ष आदरणीय सौरभ जैन सुमन एवं समिति की संस्थापक डा०अनामिका जैन अंबर के द्वारा किया गया।
कार्यकारिणी में राष्ट्रीय स्तर के कवि एवं साहित्यकारो को जगह मिली है , शिल्पी ने बताया कि संस्था का उद्देश्य हिंदी के स्तरीय साहित्य को जन जन तक पहुंचना है एवं हिंदी कविता के प्रति लोगो में रुचि पैदा करना है साथ ही साथ नवोदित कवियो को इस संस्था से जोड़ने का प्रथम उद्देश्य है।
सेवा ग्राम खजुराहो निवासी शिल्पी जैन सूर्या को अपने बाल्यकाल से ही साहित्यिक माहोल मिला उनके पिता श्री सुभाष सिंघई (जतारा)कई बिधाओं के एक वरिष्ठ कवि है यही बजह है कि शिल्पी ने अपने पिता के पदचिह्नों पर चलने का निर्णय लिया और उन्होंने अपने लेखन के प्रति जो रुचि रखी उससे अब तक उनकी पांच पुस्तके किताब गंज प्रकाशन नई दिल्ली से प्रकाशित हो चुकी है, एवं तीन सांझा संकलन पुस्तके श्री सत्यम प्रकाशन राजिस्थान से प्रकाशित हो चुकी है जिनका विमोचन खजुराहो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल एवं ” सीहो अंतर्राष्ट्रीय योग अध्यात्म महोत्सव ” के मंच से हुआ।साथ ही उनकी गजले एवं कविताएँ कई समाचार पत्र पत्रिकाओं में अक्सर ही प्रकाशित होती रहती है।
इसके अलावा हाल ही में शिल्पी जैन ने आल इंडिया सूर्या डेस्टीनेशन बेंडिग प्लानर का व्यवसाय शुरु किया।साहित्य में रुचि रखने के साथ साथ उन्हें कुंकिग एवं म्युज़िक का काफी शौक है, बैसे तो शिल्पी का कहना है कि वो मंचो से हमेंशा दूरी बनाकर रखती थी लेकिन इस मंच से जुड़ने के बाद उन्हें बहुत ही सुखद एवं सुरक्षा का अनुभव हो रहा।