महाराष्ट्र : अंधेरी ईस्ट में भाजपा संगठन काफ़ी लोकप्रिय माना जाता हैं। विधानसभा चुनाव के लिए एकनाथ शिंदे ने इस निर्वाचन क्षेत्र से लोकप्रिय स्थानीय कार्यकर्ता मुरजी पटेल को मैदान में उतार हैं। वर्तमान में इस इलाके का प्रतिनिधित्व उद्धव ठाकरे गुट की ऋतुजा लटके कर रही हैं। वर्तमान में इस इलाके का प्रतिनिधित्व उद्धव ठाकरे गुट की ऋतुजा लटके कर रही हैं।
मुरजी पटेल अंधेरी ईस्ट के एक तेजतर्रार सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते हैं। जीवन ज्योत प्रतिष्ठान के माध्यम से उनका सामाजिक कार्य जारी है। उन्होंने इस संगठन के माध्यम से कई धर्मार्थ गतिविधियों को क्रियान्वित किया है। आधार पंजीकरण, गरीबों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना, महात्मा फुले जन आरोग्य योजना का कार्यान्वयन उनकी संस्था द्वारा किया जाता है। मालपा हिल्स अंधेरी ईस्ट इलाके का एक पहाड़ी इलाका है। यहां पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं थी।
नगर निगम ने बेस तक पानी पहुंचाने पर सहमति जताई थी। लेकिन पानी ऊपर ले जाने की जिम्मेदारी स्थानीय लोगों को निभानी थी। इसलिए मुरजी पटेल ने इस क्षेत्र के लिए एक पंपिंग स्टेशन बनाने की पहल की और इस पहाड़ी क्षेत्र में पानी उपलब्ध हो गया। इन सामाजिक कार्यों के जरिए मुरजी पटेल ने अंधेरी ईस्ट इलाके में जबरदस्त जनसंपर्क किया है। पहले वह अंधेरी पूर्व से नगरसेवक थे, लेकिन उनका जाति सत्यापन प्रमाणपत्र अमान्य हो जाने के कारण उन्हें अपना पद खोना पड़ा।
लेकिन, मुरजी पटेल का क्रेज अभी भी अंधेरी ईस्ट में बरकरार है। इलाके में उन्हें काका उपनाम से जाना जाता है। मुरजी पटेल पूरे निर्वाचन क्षेत्र में 24 घंटे उपलब्ध रहने वाले कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते हैं। बता दें, साल 2019 में शिवसेना के रमेश लटके ने अंधेरी ईस्ट सीट जीती थी, लेकिन बाद में उनका निधन हो गया, जिसके कारण उपचुनाव हुआ। इस दौरान शिवसेना को एकनाथ शिंदे के जाने और सिंबल के मुद्दे के कारण आंतरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
उद्धव ठाकरे ने उपचुनाव के लिए रितुजा लटके को उम्मीदवार बनाया, जबकि भाजपा ने मुरजी पटेल का समर्थन किया। हालांकि, पटेल को आखिरी समय में नाम वापस लेने के लिए कहा गया, जिससे रितुजा लटके जीत गईं। इस फैसले से पटेल के समर्थकों में असंतोष फैल गया। जाति प्रमाण पत्र के मुद्दे के कारण पार्षद पद गंवाने के बावजूद पटेल अंधेरी ईस्ट में लोकप्रिय हैं। महायुति सरकार ने अंधेरी ईस्ट में कई विकास परियोजनाएं शुरू की हैं।
बुनियादी ढांचे में सुधार में अंधेरी ईस्ट से दहिसर ईस्ट तक मुंबई मेट्रो लाइन का निर्माण शामिल है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पहल, माझी लड़की बहिन योजना से इस निर्वाचन क्षेत्र की 24 हज़ार महिलाओं को लाभ मिला है। शिवसेना और भाजपा के बीच गठबंधन अंधेरी ईस्ट को उद्धव ठाकरे के गुट के खिलाफ एक महत्वपूर्ण युद्धक्षेत्र के रूप में देखता है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में उनके उम्मीदवार को इस क्षेत्र से काफी समर्थन मिला था।
गठबंधन का लक्ष्य मुरजी पटेल की जीत सुनिश्चित करने के लिए विकास कार्य और जनसंपर्क प्रयासों का लाभ उठाना है। अंधेरी ईस्ट में होने वाला चुनाव शिवसेना के दोनों गुटों के लिए महत्वपूर्ण है। उद्धव ठाकरे का गुट मुंबई में अपनी जमीन नहीं खोना चाहता। इस बीच, महायुति शहर पर ठाकरे के वर्चस्व को खत्म करना चाहती है। इस वजह से यह सीट बेहद प्रतिष्ठित और कड़ी टक्कर वाली है।
@राकेश चौबे, महाराष्ट्र