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September 12, 2024
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जन्म से अबोध बालक, शिक्षक के सानिध्य में बनता है पूर्ण मानव

पाटन / संवाददाता

माँ के पेट से जन्मा हर बालक अबोध ही होता परन्तु शिक्षक का सानिध्य उसे शिक्षा रूपी प्रकाश से आलोकित क़र पूर्ण मानव बनाता है शिक्षा वह तत्व है जो जीवन में विचार, संस्कार और चेतना का प्रवाह पैदा करता है. शिक्षक समाज के सम्मान का प्रथम अधिकारी है मैं आज जो कुछ भी हूँ उसका श्रेय मेरे शिक्षकों -गुरुजनों और मेरे पिता को है उक्त उदगार जबलपुर सांसद पं आशीष दुबे ने ओंकार नामदेव सरस्वती विद्या मंदिर में समिति अध्यक्ष ठाकुर रणधीर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में व्यक्त किये।

इस अवसर पर पाटन क्षेत्र से वर्ष में सेवा निवृत हुए 12 शिक्षकों के साथ वर्तमान शिक्षकों को सम्मानित किया गया. समिति की ओर से व्यस्थापक डॉ विष्णुदत्त त्रिपाठी, आचर्य जगेन्द्र सिंह, ठा कृष्ण शेखर सिंह, राजशेखर त्रिपाठी बालचंद जैन, डॉ सौरभ त्रिपाठी ने सांसद सहित सभी उपस्थित जनों का स्वागत किया प्रधानाचार्य हरिनारायण कुररिया, डॉ विष्णु पाठक ने आभार व्यक्त किया।

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