बिजावर/संवाददाता
बिजावर अनुभाग के अंतर्गत आने वाले किशनगढ़ वन परिक्षेत्र कार्यालय आवारा कुत्तों का अड्डा बन चुका है जहां पर आवारा कुत्ते वे रोकटोक धड़ल्ले के साथ ऑफिस के अंदर तक चले जाते हैं जहां पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मौजूदगी भी रहती है परंतु मजाल कोई कर्मचारी इन आवारा कुत्तों को बाहर निकाल दे उल्टा कार्यालय में मौजूद कर्मचारी आवारा कुत्तों को संरक्षण दे रहे है। उक्त मामले को गंभीरता से लिया जाए तो आवारा कुत्तों द्वारा जानलेवा हमले भी किए जाते हैं जिसमें कई इंसानों एवं जानवरों की मौतें भी हो गई है इसके बावजूद किशनगढ़ वन परिक्षेत्र अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे है और ना ही कर्मचारियों को हिदायत दे रहे है इस बात से यह स्पष्ट होता है कि किशनगढ़ वन परिक्षेत्र अधिकारी अपने पद को लेकर कितने गंभीर है। आवारा कुत्तों को लेकर नेशनल मीडिया चैनलों द्वारा विभिन्न प्रकार की खबरें प्रसारित कर आम जनमानस को सचेत किया जा रहा है गौरतलब है कि यहां तो वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी ही आवारा कुत्तों को संरक्षण प्रदान किए हुए है आवारा कुत्तों के काटने से कई लोगों को जान भी गंवानी पड़ी बावजूद इसके किशनगढ़ वन परिक्षेत्र अधिकारी मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे है। मामले के संबंध में किशनगढ़ वन परिक्षेत्र अधिकारी से दूरभाष पर संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया और यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने मीडिया कर्मियों का कॉल रिसीव नहीं किया उनका यह रवैया बन चुका है कि किसी भी मीडिया कर्मियों का वन परिक्षेत्र अधिकारी कॉल रिसीव नहीं करते है। और अधीनस्थ कर्मचारियों को यह निर्देश अवश्य दिए जाते है कि कोई भी मीडिया कर्मी आए तो उनसे झूठ झपाट एवं गलत जानकारी दी जाए।