गौरझामर/गिरीश शर्मा
सागर जिले की देवरी विधानसभा सीट से वर्तमान विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री हर्ष यादव की उम्मीदवारी तो तय है। पर कांग्रेस से भाजपा में आए पूर्व विधायक पंडित बृज बिहारी पटेरिया की भाजपा से विधानसभा चुनाव की दमदार दावेदारी भी चल रही है पंडित बृज बिहारी पटेरिया 1998 में कांग्रेस के टिकट पर देवरी विधानसभा से चुनाव लड़े थे और जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। 2013 में पार्टी ने उन्हें गोपाल भार्गव के खिलाफ मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। बृज बिहारी पटेरिया की गिनती सागर जिले के कद्दावर नेताओं में होती है देवरी विधानसभा क्षेत्र तीन भागों में बंटा है. देवरी के अलावा केसली और गौरझामर. यहां से किसी भी पार्टी के उम्मीदवार की जीत के लिए आदिवासी और लोधी समाज के वोट निर्णायक होते हैं।
यहां का आदिवासी क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, लेकिन कद्दावर नेता पंडित बृज बिहारी पटेरिया लगातार लोगों से जनसंपर्क कर रहे और बीजेपी ने इस वोट बैंक को अपने साथ किया है. देवरी सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो यह इलाका लोधी और आदिवासी बहुल है. केसली क्षेत्र में आदिवासी वोटर ज्यादा हैं. देवरी, गौरझामर क्षेत्र में लोधी, यादव, ब्राह्मण वोटर भी प्रभावी हैं। अगर कद्दावर नेता बृज बिहारी पटेरिया का क्षेत्र में लोकप्रियता और लोगों के प्रति नजर आ रही है आने वाले चुनाव में भाजपा उम्मीदवार बनाती है तो भाजपा की जीत आसान हो सकती है