गौरझामर/गिरीश शर्मा
आर्यिका संघ का हुआ मंगल प्रवेश
नन्हीदेवरी (सागर) पंचकल्याणक महा महोत्सव में आर्यिका दृणमति माताजी की संघस्थ आर्यिका विलक्षणामति माताजी ससंघ, नगर गौरव आर्यिका संयममति माताजी एवं आर्यिका स्वभाव मतिमाताजी भी पंचकल्याणक महामहोत्सव में पधार चुकी है। इधर प्रातःकालीन वेला में भगवान के पंचकल्याणक महामहोत्सव के अवसर पर गर्भ कल्याणक का पूर्व रुप मनाया गया एवं शनिवार को गर्भ कल्याणक उत्तरार्ध मनाया जाऐगा माता की सेवा एवं १६ स्वपनों का वर्णन किया जाऐगा एवं रविवार को प्रातःकालीन वेला में भगवान का जन्मोत्सव मनाया जाऐगा। किस प्रकार से सौ धर्म इन्द्र पांडुक शिला पर प्रभु रुप बालक का अपने इन्द्र साथिओं के साथ अभिषेक करते है।अभिषेक कलश की बुकिंग जारी है आप भी समिति के सदस्यों से जानकारी लेकर कलश बुक कर सकते है।बाहर से आने बाले अतिथियों के नन्हीदेवरी आने के लिये सागर, तड़ा ,केसली, गौरझामर, महाराज पुर, क्योलारी, देवरी तथा सहजपुर से विशेष बसों की व्यवस्था निःशुल्क समिति द्वारा की गयी है। रविवार को विदिशा गंजवासौदा, मंडीवामौरा वीना खुरई से आने बाले यात्रियों के लिये कामायनी एक्सप्रेस के समय पर सागर से बस उपलव्ध रहेगी। उपरोक्त जानकारी समन्वयक गोल्डी सिंघई कटनी एवंप्रवक्ता अविनाश जैन ने देते हुये बताया कि प्रातःकालीन बेला में भगवान के अभिषेक के उपरांत मुनि श्री के मुखारविंद से विश्वशांति हेतु शांतीमंत्रों के साथ शांतिधारा संपन्न की गयी तत्पश्चात प्रतिष्ठाचार्य विनयभैया बंडा ने भक्ती संगीत के साथ गर्भ कल्याणक की क्रिआओं को दर्शाया एवं पूजन संपन्न करायी।