जबलपुर/ब्यूरो
परिवार का रो रो कर बुरा हाल
जबलपुर बरगी डेम के पुल घाट पर कपड़े धोने गई महिला व मासूम बेटे की डूबने से मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बेटे को डूबते देख उसे बचाने मां भी कूद गई थी, लेकिन देखते ही देखते दोनों डूब गए। गोताखोरों ने मां-बेटे की लाश पानी से बाहर निकाल ली। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची बरगी पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए मां-बेटे की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
एडिशनल एसपी शिवेश बघेल ने बताया कि बरगी नगर निवासी श्याम लाल पटेल की 35 वर्षीय बेटी क्रांति पटैल और उसका 9 साल का बेटा मोहित कपड़ा धोने और नहाने के लिए बरगी डेम के पुल घाट पहुंचे थे। पूर्वान्ह करीब 11 बजे मोहित अपने मामा बल्लू 26 वर्ष के साथ घाट में नहा रहा था, तभी उसका पैर फिसल गया। बल्लू ने आवाज लगाई तो बेटे को बचाने के लिए मां क्रांति ने पानी में छलांग लगा दी। देखते ही देखते मां-बेटे गहरे पानी में समा गए। घाट में मौजूद लोगों ने बताया कि तलाश के बाद मां-बेटे की लाश पानी से बाहर निकाली। बताया जाता है कि बहन क्रांति और उसके दोनों बच्चे मोहन व मोहित को भाई बल्लू ससुराल पिपरिया खुर्द से मायके बरगी नगर लेकर आया था। सुबह क्रांति ने देखा कि घर में बहुत सारे कपड़े गंदे रखे हैं। क्रांति ने अपने पिता श्यामलाल पटैल से कहा कि घर में पानी नहीं है। हम सभी लोग पुल घाट जाकर नहा लेंगे, वहीं कपड़े भी धुल जाएंगे। क्रांति अपने भाई बल्लू और छोटे बेटे मोहित के साथ पुल घाट पहुंची थी। हादसे के बाद क्रांति के पति लक्ष्मण पटैल को ससुराल वालों ने सूचना दी है। जानकारी के मुताबिक क्रांति के पिता की बरगी बाजार में साइकिल रिपेयरिंग की दुकान है।
मां-बेटे की लाश देखकर और मौके पर विलाप कर रहे 10 साल के मोहन की चीख-पुकार सुनकर मौके पर मौजूद लोगों की आंखों से आंसू छलक पड़े। बुजुर्ग नाना मृत नाती को गोद में लिए हुए कह रहा था कि बेटा भूखे चले गए। घाट जाते समय नाना ने कहा था कि जल्दी स्नान करके आ जाओ फिर साथ में सब लोग खाना खाएंगे।