32.7 C
Madhya Pradesh
May 17, 2024
Bundeli Khabar
Home » उत्तर प्रदेश चुनावी किलकिल
उत्तरप्रदेश

उत्तर प्रदेश चुनावी किलकिल

बुंदेलखंड में राजनैतिक बगावत पूर्व कैबिनेट मंत्री बादशाह सिंह ने थामा समाजवादी पार्टी का दामन: भाजपा से 3 बार, 1 बार बसपा से रहे विधायक व उत्तर प्रदेश सरकार में रहे कैबिनेट मंत्री

पंकज पाराशर /छतरपुर
बुंदेलखंड के कद्दावर नेता और 4 बार विधायक, उत्तर प्रदेश सरकार में बसपा शासनकाल के दौरान कैबिनेट श्रम मंत्री रहे बादशाह सिंह ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। उन्होंने हजारों समर्थकों के साथ साथ समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली l मौधाहा विधानसभा क्षेत्र से 3 बार भारतीय जनता पार्टी के विधायक रहने के साथ 1 बार बसपा से विधायक बने l भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें वर्ष 2012 में एक बार महोबा विधानसभा क्षेत्र से बनाया था l

कौन है बादशाह सिंह ?
बुंदेलखंड के महोबा जिले के बादशाह सिंह की किसी जमाने में कद्दावर नेताओं में गिनती होती रही है। बादशाह सिंह को बड़े ठाकुर नेता के तौर पर पहचान थी। उन्होंने हमीरपुर जिले से राजनीतिक सफर कई दशक पहले शुरू किया था। बीजेपी के टिकट से वह मौदहा विधानसभा क्षेत्र से लगातार 3 बार एमएलए रहे। बीजेपी से मोह भंग हो जाने के बाद बादशाह सिंह ने बीएसपी में एंट्री मारी और वह 4 बार विधायक बने। मायावती की सरकार में उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा सरकार बनी,तब बादशाह सिंह सियासी खेल में हाशिए पर एक तरह से आ गए। हालांकि, अब वह कांग्रेस को अलविदा कह कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं है l

समाजवादी सरकार में हुई थी जेल
साल 2012 में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद बादशाह सिंह, पूर्ववर्ती मायावती सरकार के पहले मंत्री बने जिन्हें भष्टाचार के आरोप में जेल की हवा खानी पड़ी। सहकारिता विभाग की निर्माण इकाई ‘श्रम एवं निर्माण सहकारी संघ लिमिटेड’ ,लेकफेड में बीएसपी सरकार के दौरान हुए 1,000 करोड़ रु. से अधिक के घोटाले में बादशाह सिंह का नाम उस कड़ी के रूप में सामने आया जिसने लेकफेड को काम दिलाने के एवज में घूस ली। इसके बाद बादशाह सिंह गिरफ्तार भी हुए और जेल भी गए।

बुंदेलखंड में न्याय की लड़ाई के लिए बनाई थी इंसाफ सेना
बताया जाता है कि हैं कि राजनीतिक में आने से पहले बादशाह सिंह इंसाफ सेना का गठन किया था। इंसाफ सेना बुंदेलखंड क्षेत्र में हर जगह सक्रिय थी, लेकिन सियासी खेल में शिखर तक पहुंचने के बाद अब बादशाह सिंह ने अपनी राजनीतिक विरासत अपने पुत्र सूर्यदेव सिंह को देने का मन बनाया है। इसीलिए फिलहाल समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए है।

Related posts

विश्कर्मा स्थल पर हुआ मंत्रोउचारण एवं हवन यज्ञ

Bundeli Khabar

शिकायत पर आवास जांच के लिए पहुंची टीम

Bundeli Khabar

परिवहन मंत्री ने ऑक्सीजन प्लांट का फीता काट कर किया उद्घाटन

Bundeli Khabar

Leave a Comment

error: Content is protected !!