पाटन/सजल सिंघई
कुण्डलपुर में चले रहे विशाल महोत्सव में परमपूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महराज छोटे बाबा जी के आहार का सौभाग्य आज पाटन निवासी डॉ. श्री हुकुमचंद जी सिंघई परिवार को प्राप्त हुआ, आज बड़े बाबा के श्री चरणों में छोटे बाबा को आहारचर्या का पुण्य श्री मति कुसुम सिंघई, एवं उनके सुपुत्र डॉ. राजीव सिंघई, डॉ. संजीव सिंघई, डॉ.संदीप सिंघई तथा आज़ाद जैन, सजल सिंघई, साहिल सिंघई, शोमिल सिंघई को प्राप्त हुआ।
ज्ञात हो कि आचार्य श्री विद्यासागर जी की प्रेरणा और पहल से हो रहे पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव के लिए आवश्यक अधो-संरचनात्मक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया जा रहा है। आचार्य जी की भावनाओं का पूरा सम्मान करते हुए जैन समाज जरूरी प्रबंध कर रहा है। आयोजन समिति के साथ ही सभी संबंधित विभाग महोत्सव के लिए सुरक्षा, विद्युत, पेयजल, यातायात और अन्य सुविधाएँ विकसित करने में सहयोग करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय में गजरथ महोत्सव और महामस्तकाभिषेक 2022 के संबंध में चर्चा की एवं कुंडलपुर सिद्ध क्षेत्र समिति के प्रतिनिधि-मंडल को संबोधित भी किया । केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री प्रहलाद पटेल भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा में शामिल हुए।
कुंडलपुर बुंदेलखंड अंचल, सागर संभाग या सिर्फ मध्यप्रदेश का ही प्रमुख प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण मनोरम स्थल नहीं, बल्कि देश-विदेश के प्रमुख जैन तीर्थों में शामिल है। दमोह जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 35 किलोमीटर है। करीब 189 फीट ऊँचे शिखर वाले मंदिर परिसर के लिए विभिन्न स्थानों के पत्थर उपयोग में लाए गए हैं। इनमें राजस्थान और गुजरात के लाल एवं पीले पत्थर का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्थापत्य कला की नागर शैली से यहाँ निर्माण हो रहा है।