जबलपुर/ब्यूरो
जबलपुर के कुंडम थाना अन्तर्गत कारघाट में सास ने अपने दामाद की हत्या की साजिश रची थी। दरअसल 13-14 नवम्बर को हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है जिसमें मृतक की सास, पत्नी, पत्नी की बड़ी बहन और साढू भाई एवं हत्या करने वाले युवकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि 14 नवम्बर की सुबह कुंडम काराघाट रोड पर एक शख्स की रक्त रंजित लाश मिली थी जिसकी शिनाख्त काराघाट निवासी ओमप्रकाश यादव के रूप में कई गई थी। घटना स्थल से कुछ दूरी पर एक खेत में पेड़ किनारे खून एवं खाने पीने की चीजें पड़ी हुई थीं। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि 13 नवम्बर की शाम ओमप्रकाश और अधारताल निवासी बंटी एवं सत्यम के साथ घूम रहा था। इसके बाद पुलिस ने सत्यम को हिरासत में लेकर पूछताछ की जिसमें उसने बताया कि दीवाली के बाद बंटी उसे अपने साथ ख़िरवा में राजेंद्र यादव के घर लेकर गया था जहां राजेन्द्र से 22 हजार रुपये लिए थे जो ओमप्रकाश को मारने की सुपारी थी। इसके बाद दोनों वापस लौटे और फिर ओमप्रकाश को मारने की योजना बनाई। इसके बाद सत्यम और बंटी ओमप्रकाश के घर गए जहां उससे कहा कि जब तुमको काम के लिए बुलाएंगे तो तुम आ जाना।
इसके बाद 13 नवम्बर को सुबह करीब 11 बजे बंटी और सत्यम अधारताल में मिले जहां से साथ में मड़ई कला पहुंचे, जहां ओमप्रकाश पहले से मौजूद था। तीनों ने एक खेत में बैठकर शराब पी। शाम करीब 6 बजे हल्का अंधेरा होने लगा तो सत्यम और बंटी ने बची हुई शराब ओमप्रकाश को पिलाई और फिर बंटी ने एक रॉड से ओमप्रकाश के सिर पर वार कर उसे घायल कर दिया। इसके बाद ओमप्रकाश को ले जाकर बीच सड़क पर फेंक दिया जहां उसे होश आने लगा तो बंटी ने एक बार फिर उसके सिर में रॉड मारकर उसे घायल कर दिया। दोनों ने ओमप्रकाश को सड़क पर इसकेलिए फेंक दिया था ताकि सड़क दुर्घटना नजर आए। इसके बाद बंटी ने राजेन्द्र यादव को फोन करके बताया कि काम हो गया है और आकर ओमप्रकाश की बॉडी को ले जाओ और अस्पताल ले जाओ। इसके बाद दोनों वहां से जबलपुर आ गए। इस काम के बदले बंटी ने सत्यम को 10 हजार रुपये दिए थे।
सत्यम की जानकारी के आधार पर पुलिस ने राजेन्द्र यादव जो मृतक का साढू भाई है उसे, उसकी पत्नी ओमबाई यादव, सास रतनी बाई और मृतक की पत्नी सरोज बाई को गिरफ्तार कर पूछताछ की जिसमें उन्होंने बताया कि मृतक ओमप्रकाश अक्सर शराब और गांजा का नशा करता था और सभी के साथ मारपीट करता था, उसकी इन्हीं हरकतों से तंग आकर उसकी हत्या करने की साजिश रची थी। जिसमें मृतक ओमप्रकाश की पत्नी एवं सास भी शामिल थीं और सास रतनी बाई ने ही अपने दामाद की हत्या करने के लिए 22 हजार रुपये दिए थे। बहरहाल हत्या का मुख्य आरोपी बंटी अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।