मंगलेश कुमार/उत्तर प्रदेश
प्रतापगढ़:आए दिन शासन-प्रशासन की नीतियों की आलोचना करने वाले भाजपा समर्थित अपना दल (एस) के विश्वनाथगंज से विधायक डॉ. आरके वर्मा ने सोमवार को लखनऊ में सपा की लाल टोपी पहनी तो बेल्हा की सियासत अचानक गरमा गई। हर ओर इसकी चर्चा होने लगी। खासकर विश्वनाथगंज विधानसभा सीट के समीकरण को लेकर गुणा-गणित होने लगी। राजनीतिक धुरंधरों के साथ आम लोग भी तरह-तरह के कयास लगाने लगे। इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए वर्षों से तैयारी कर रहे पूर्व मंत्री राजाराम पांडेय के बेटे सपा नेता संजय पांडेय की स्थिति पर भी लोग चर्चा करने लगे कि अगर सपा ने डॉ. आरके वर्मा को यहां से चुनाव लड़ाया तो संजय पांडेय कहां जाएंगे। विधायक डॉ. वर्मा के डिप्टी स्पीकर के चुनाव में सपा प्रत्याशी को वोट देने की भी चर्चा जोरों पर रही।
विधायक डॉ. आरके वर्मा को लेकर जिले में पिछले कई माह से सपा में जाने की चर्चा जोरों पर है। सोमवार को लखनऊ में डिप्टी स्पीकर के चुनाव में उनके सपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने का भी जिले में दावा किया जा रहा है। विधानसभा में मौजूद जिले के एक विधायक ने बताया कि डॉ. आरके वर्मा डिप्टी स्पीकर के लिए सपा प्रत्याशी नरेंद्र वर्मा को वोट देने की बात कह रहे थे। यही नहीं, सपा कार्यालय जाकर डॉ. आरके वर्मा ने लाल टोपी भी पहन ली। ये खबर जैसे ही बेल्हा पहुंची तो सियासी गलियारे विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चाएं होने लगी। हालांकि इस बाबत डॉ. आरके वर्मा से कई बार फोन लगाने के बाद भी बात नहीं हो सकी। अपना दल (एस) के जिलाध्यक्ष बृजेश पटेल ने बताया कि डॉ. आरके वर्मा संगठन से कभी कोई नाता ही नहीं रखते। वह पार्टी गाइडलाइन से बाहर हैं। पार्टी के किसी कार्यक्रम में भी शामिल नहीं होते। उनके 31 अक्टूबर को सपा में शामिल होने की चर्चा है।
वहीं, भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्र ने कहा कि डॉ. आरके वर्मा उनकी पार्टी के समर्थन से जीते जरूर थे लेकिन काफी दिनों से वह विपरीत धारा में चल रहे हैं। लगातार शासन-प्रशासन की आलोचना कर रहे हैं। इस बाबत शासन और संगठन को अवगत भी कराया जा चुका है। जबकि सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव ने इस बाबत किसी प्रकार की जानकारी से इनकार किया। मगर, डॉ. आरके वर्मा ने सोमवार को सपा कार्यालय जाते समय लाल टोपी पहनकर बेल्हा की राजनीति को गरम कर दिया है। चुनाव लड़ने की उम्मीद लेकर बैठे कई लोगों को झटका दिया है।